*सतगुरु माता सविंदर हरदेव जी महाराज के प्रवचन (20- नवंबर-16, वार्षिक समागम, दूसरा दिन, दिल्ली)-*
साध संगत जी प्यार से कहना धन निरंकार जी
- अभी आपने बाबा जी के प्रवचन सुने, पिछले 2 दिन से आप भी इन्ही शिक्षाओ का ज़िक्र कर रहे थे! बाबा जी ने ज्ञान देके हमें समझाया कि निरंकार ही हो सकता है जो कण-2 में मौजूद है, हर जगह है और *निरंकार को पहल देके अगर हम कोई भी कार्ये शुरू करेंगे तो हम कभी कोई ग़लत काम नही करेंगे, ना ही हम किसी का बुरा करेंगे!*
- बाबा जी का मक़सद था इंसान को इंसान के साथ जोड़ना, आपस में प्यार बढ़ाना! एक बार बाबा जी ने फ़रमाया – *_‘स्प्रेड थे मेसेज ऑफ दा गॉस्पेल, यूज़ वर्ड्स इफ़ नेसेसरी’!_*
- बाबा जी ऐसा जीवन हमसे चाहते थे कि
हमारा जीवन ही एक प्रचार हो!* एक बार संगत में एक उदाहरण सुना था एक साबुन
की अड्वर्टाइज़्मेंट का कि – 2 औरतें सफेद .साड़ी पहन के जा रही होती हैं
तो एकदम एक की नज़र पड़ती है और वो अपने मन में ही सोचती है – ‘इसकी साड़ी
मेरी साड़ी से सफेद क्यू?’ एंड डॅट्स ए क्वॅस्चन मार्क! ऐसे ही हमारा जीवन
भी एक क्वेस्चन मार्क हो! *हर कोई सोचने पर मजबूर हो जाए कि ये निरंकारी
है, इसका जीवन हमारे से इतना अलग क्यू है? इसके पास क्या चीज़ है जो इसको
ये अलग बना रही है?* हमारे रोज़ का व्यवहार, अनेको इंसानो पे उसका सही या
ग़लत एफेक्ट होता है, सो मेक श्योर दि एफेक्ट ईज़ ए गुड वन!
- बाबा जी ने सोसाइटी अप्लिफ़्टमेंट के लिए भी अनेको कार्ये किए - *ट्री
प्लॅनटेशन, ब्लड डोनेशन, क्लेअनलिनएस्स ड्राइव्स, रन फॉर वन्नेस, नॅचुरल
केलॅमिटीस* में भी हमारा मिशन हमेशा आगे रहा और दुनिया भर में देश में
*मिशन को इन चीज़ो के लिए सराहा गया और कई अवॉर्ड्स आंड ऑनर्स मिशन को
मिले* आज भी आपने देखा.
- काइरोप्रॅकटर्स भी, आपने कल भी उनको सुना आज भी उनको सुना, मिशन की टीचिंग्स से प्रभावित होके कितने बरसो से वो लगातार बॉम्बे समागम दिल्ली समागम पहुँच रहे हैं!
- हमारा मिशन
अध्यात्मिकता का मिशन है, ब्रह्मज्ञान का मिशन है* और हमने इन्ही बातो को
पहल देके *मिशन को आगे बढ़ाना है मिशन की टीचिंग्स को आगे बढ़ाना है!*
साध संगत जी धन निरंकार
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